Tuesday 21 May 2013

घडी ना बीती... ना पल गुजरे ... एक उतरया जहाज शिखर तै रै ...............haryanvi ragni by Fauji kavi mehar singh

घडी ना बीती... ना पल गुजरे ... एक उतरया जहाज शिखर तै रै
घडी ना बीती... ना पल गुजरे ... एक उतरया जहाज शिखर तै रै
हे रै बरसण लाग्गे फूल बोस पै ... जिब हाथ मिल्या हिटलर तै रै


घडी ना बीती ... ना पल गुजरे ... एक उतरया जहाज शिखर तै रै
बरसण लाग्गे फूल बोस पै ... हाथ मिल्या हिटलर तै रै
घडी ना बीती ... ना पल गुजरे ... उतरया जहाज शिखर तै रै
हे रै बरसण लाग्गे फूल बोस पै ... जिब हाथ मिल्या हिटलर तै रै ... 2


ए - हैं भाई ... बरलिन आऴे लोग बोस न ... ठा - ठा देखैं एडी रै
खुशी मनावैं मंगऴ गावैं ... फूल बगावैं लेडी रै
बरलिन आऴी बीरां के माह ... अदा नजाकत टेढी रै
ए - हैं गोरी - गोरी लाम्बी - लाम्बी ... ज्यों हरे बांस की पेडी रै ... 2
ओ - हे , कोए 15 कोए 20 बरस की ... 2 ... कोए ढऴ री महम उमर तै रै...
बरसण लाग्गे फूल बोस पै ... हाथ मिल्या हिटलर तै रै
घडी ना बीती ... ना पल गुजरे ... उतरया जहाज शिखर तै रै
हे रै बरसण लाग्गे फूल बोस पै ... जिब हाथ मिल्या हिटलर तै रै ... 2


भाई , हंस हिटलर नै .... 2 ... कौऴी भर ली ... अपणे यार बोस की रै...
जय हिंद जय हिंद और नमस्ते ... ली दिलदार बोस की रै ...
सबतै ज्यादा इज्जत राखी ... ए - हैं ... दरिया पार बोस की रै .. फेर ..
आगे - आगे बैंड बजण लग्या .. पाछै कार बोस की रै ...2
जरमन की जनता खुश होगी ...2... मिल भारत के लीडर तैं रै...
बरसण लाग्गे फूल बोस पै ... हाथ मिल्या हिटलर तै रै
घडी ना बीती ... ना पल गुजरे ... उतरया जहाज शिखर तै रै
हे रै बरसण लाग्गे फूल बोस पै ... जिब हाथ मिल्या हिटलर तै रै ... 2


भाई जो कुछ मांग्या काम बोस नै ... भाज - दौड कै होग्या रै ...
अफसर और सिपाहियां की जमाठखौड मैं होग्या रै ...
सेवा - हाज्यर मैं हिटलर खडया ... हाथ जोड कै होग्या रै ...
बाकाय्दया कोठी का पैहरा ... चारौं औड तै होग्या रै ... 2
अटैन्सन करकै हुकुम सुणा दिया .... 2 ... उस गारद के अफसर तै रै...
बरसण लाग्गे फूल बोस पै ... हाथ मिल्या हिटलर तै रै
घडी ना बीती ... ना पल गुजरे ... उतरया जहाज शिखर तै रै
हे रै बरसण लाग्गे फूल बोस पै ... जिब हाथ मिल्या हिटलर तै रै ... 2

No comments:

Post a Comment